Thursday, 15 June 2017

जिसने सूरज चांद बनाया


कक्षा दो /कलरव/पाठ एक /जिसने सूरज चांद बनाया 

जिसने सूरज चांद बनाया 
जिसने तारो को चमकाया,

जिसने फूलों को महकाया
जिसने चिड़ियों को चहकाया

जिसने सारा जगत बनाया
हम उस ईश्वर के गुण गाए
उसे प्रेम से शीश झुकाएं


अध्यापकों को यह कविता पूरे हावभाव के साथ पढ़ानी चाहिए, जिससे कि बच्चे उसका अनुकरण कर सकें और कविता को कंठस्थ कर सकें. कविता को याद कराने के बाद बच्चों को कविता का अर्थ बताना चाहिए और इस में निम्नलिखित बिंदुओं का प्रमुख रुप से ध्यान रखना आवश्यक है.
● सबसे पहले अध्यापक छात्रों को सूरज चांद तारे फूल चिड़िया पेड़-पौधे आज के बारे में बताएंगे
● अध्यापक बच्चों के साथ प्रातःकालीन दृश्यों के बारे में चर्चा करेंगे
● इसके बाद अध्यापक क्या बताएंगे कि सूरज चांद तारा चिड़िया फूल एवं संसार की समस्त वस्तुओं के निर्माणकर्ता एवं समस्त जगत के निर्माणकर्ता ईश्वर है,
● अध्यापक बच्चों को ईश्वर के सर्वशक्तिमान होने के बारे में बताएगा और सृष्टिकर्ता होने के कारण सभी बच्चों को उनका उनके सामने,शीश झुकाने एवं उनकी प्रार्थना करने के लिए कहेंगे

गृहकार्य के रूप में अध्यापक बच्चों को अपने आस पास के 5 जवारो और 5 पौधों के नाम याद करने को कहेंगे और बतायेंगे की इन्हें सर्वशक्तिमान इश्वर ने बनाया है.

अर्थ कविता अत्यंत सामान्य भाषा में लिखी गई है अतः उसका अर्थ लिखना आवश्यक नहीं है




वीडियो:  इस पाठ का क्लासरूम टीचिंग वीडियो जल्द ही उपलब्ध कराया जायेगा 

नोट: यदि इस पाठ से सम्बंधित कोई अन्य सुझाव,लेख,वीडियो आदि आप के पास उपलब्ध हो तो कृपया 8604208968 पर भेजें कमेन्ट बाक्स में अपना सुझाव दें 

1 comment:

  1. This is prince here, i have read this poem in my nursery rhymes of hindi

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