Friday 9 October 2020

प्रेरणा लक्ष्य ( कक्षा 1 से 5 तक )

मिशन प्रेरणा से सम्बंधित कुछ प्रमुख बिंदु-


1-  4 सितम्बर 2019 माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश द्वारा मिशन प्रेरणा का शुभारम्भ ।
2-  प्रेरणा लक्ष्य बुनियादी शिक्षा पर आधारित है ।
3- इसका उद्देश्य यह है कि 2022 तक प्राथमिक विद्यालय के सभी छात्र छात्रा निर्धारित  दक्षता प्राप्त कर ले ।
4- भाषा एवं गणित से सम्बंधित दक्षता परिभाषित की गई है ।
5- प्रेरणा लक्ष्य में हर कक्षा के विद्यार्थी के लिए एक दक्षता को चुना गया है जो उसे अगली कक्षा में सफल होने के लिए सीढ़ी का कार्य करती है ।


कक्षा 1 हेतु प्रेरणा लक्ष्य 
भाषा/ हिंदी में प्रेरणा लक्ष्य-  छात्र /छात्रा निर्धारित सूची में से 5 शब्द सही से पढ़ लेते हैं तो,उसने प्रेरणा लक्ष्य में निर्धारित दक्षता को प्राप्त कर लिया है। 
गणित में 
में प्रेरणा लक्ष्य- यदि छात्र /छात्रा निर्धारित सूची में से 5 संख्याएं सही से पढ़ लेते हैं तो,उसने प्रेरणा लक्ष्य में निर्धारित दक्षता को प्राप्त कर लिया है । 
कक्षा 1 हेतु प्रेरणा लक्ष्य से संबंधित वीडियो  देखनें के लिए क्लिक करें 

कक्षा 2 हेतु प्रेरणा लक्ष्य 
भाषा/ हिंदी में प्रेरणा लक्ष्य-यदि छात्र /छात्रा निर्धारित सूची में से अनुच्छेद को 20 शब्द प्रति मिनट के प्रवाह से पढ़ ले,तो उसने प्रेरणा लक्ष्य में निर्धारित दक्षता को प्राप्त कर लिया है । 
गणित में में प्रेरणा लक्ष्य- यदि छात्र /छात्रा निर्धारित सूची में से एक अंक के जोड़ एवं घटाने के 75% सवाल सही हल कर लेता है तो,उसने प्रेरणा लक्ष्य में निर्धारित दक्षता को प्राप्त कर लिया है।
कक्षा 2  हेतु प्रेरणा लक्ष्य से संबंधित वीडियो  देखनें के लिए क्लिक करें 

कक्षा 3 हेतु प्रेरणा लक्ष्य 
भाषा/ हिंदी में प्रेरणा लक्ष्य-यदि छात्र /छात्रा निर्धारित सूची में से अनुच्छेद को 30 शब्द प्रति मिनट के प्रवाह से पढ़ ले,तो उसने प्रेरणा लक्ष्य में निर्धारित दक्षता को प्राप्त कर लिया है । 
गणित में में प्रेरणा लक्ष्य- यदि छात्र /छात्रा निर्धारित सूची में से  जोड़ एवं घटाने के 75% सवाल सही हल कर लेता है,जिसमें हासिल के भी सवाल हैं, तो उसने प्रेरणा लक्ष्य में निर्धारित दक्षता को प्राप्त कर लिया है। 
कक्षा 3  हेतु प्रेरणा लक्ष्य से संबंधित वीडियो  देखनें के लिए क्लिक करें

कक्षा 4 हेतु प्रेरणा लक्ष्य 
भाषा/ हिंदी में प्रेरणा लक्ष्य-यदि छात्र /छात्रा निर्धारित सूची में से छोटे अनुच्छेद को  पढ़कर 75% प्रश्न को सही कर पाते  हैं,तो उसने प्रेरणा लक्ष्य में निर्धारित दक्षता को प्राप्त कर लिया है । 
गणित में में प्रेरणा लक्ष्य- यदि छात्र /छात्रा निर्धारित सूची में से गुणा के 75% सवाल सही हल कर लेता है तो,उसने प्रेरणा लक्ष्य में निर्धारित दक्षता को प्राप्त कर लिया है।


कक्षा 5 हेतु प्रेरणा लक्ष्य 
भाषा/ हिंदी में प्रेरणा लक्ष्य-यदि छात्र /छात्रा निर्धारित सूची में से बड़े  अनुच्छेद को  पढ़कर 75% प्रश्न को सही कर पाते  हैं ,तो उसने प्रेरणा लक्ष्य में निर्धारित दक्षता को प्राप्त कर लिया है ।
गणित में में प्रेरणा लक्ष्य- यदि छात्र /छात्रा निर्धारित सूची में से भाग के 75% सवाल सही हल कर लेते हैं तो,उसने प्रेरणा लक्ष्य में निर्धारित दक्षता को प्राप्त कर लिया है ।

Thursday 8 October 2020

बेसिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश के शिक्षकों हेतु आवश्यक जानकारी

 आवश्यक जानकारी हेतु सम्बंधित बिंदु पर क्लिक करें-

                                                     
प्रश्नोत्तरीआधारशिलाध्यानाकर्षणशिक्षण संग्रह
प्रेरणा लक्ष्य- कक्षा 1 से 5 तक

शिक्षकों हेतु मिशन प्रेरणा एवं बेसिक शिक्षा परिषद की योजनाओं की सामान्य जानकारी
बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा जारी माड्यूल और पुस्तिकाएं डाऊनलोड करें  
 


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शिक्षकों हेतु मिशन प्रेरणा एवं बेसिक शिक्षा परिषद की योजनाओं की सामान्य जानकारी(Genral Information for Basic teachers UP)

1-मिशन प्रेरणा की शुरुआत कब की गई थी?
उत्तर:- 4 सितंबर 2019 को घोषणा हुई और 5 सितंबर 2019 को लागू कर दिया गया।

2-प्रेरणा लक्ष्य को कब तक हासिल करना है?
उत्तर:- 31 मार्च 2022 तक

3-प्रेरणा लक्ष्य किन विषयों के लिए तैयार किए गये है?

उत्तर:- भाषा और गणित

4-कोई भी विद्यालय प्रेरक विद्यालय कब कहलाएगा?

उत्तर:- जब सभी छात्र प्रेरणा लक्ष्य को हासिल कर लेंगे

5:-प्रेरणा सूची में कक्षा- 1,2,3 के लिए कितने लर्निग आउटकम (दक्षताएं) दिए गए हैं?
उत्तर:- 14 दक्षताएं

6-प्रेरणा सूची मे कक्षा-4,5 के लिए कितने लर्निंग आउटकम दिए गए हैं?
उत्तर:- 16 दक्षताएं

7-प्रेरणा तालिका शिक्षकों द्वारा प्रत्येक कितने माह बाद भरी जाएगी?
उत्तर:- 3 माह

8-स्वतंत्र संस्था द्वारा प्रेरक ब्लॉक हेतु ब्लॉक के कितने स्कूलों का चयन किया जाएगा?
उत्तर:- 20 स्कूल

9-आरम्भिक स्तर पर भाषा सीखने का क्रम क्या है?
उत्तर:- सुबोपलि-सुननाबोलना,पढ़नालिखना

10-गणित सीखने-सिखाने का क्रम क्या है?
उत्तर:- अनुभवभाषाचित्रसंकेत

11-सीखने की प्रक्रिया किस चरण से होकर गुजरती है?
उत्तर;- अनुभवचिंतनअनुप्रयोगसमेकन

12-वर्तमान शैक्षिक सत्र 2020-21 मे ध्यानाकर्षण शिविर किन-2 कक्षाओं के लिए संचालित है?
उत्तर:- कक्षा-4 से 8 तक

13-फांउडेशन लर्निंग (आधार शिला) शिविर में कौन-कौन सी कक्षाएं शामिल है?
उत्तर:- कक्षा-1,2

14-समावेशी शिक्षा मे कौन-कौन बच्चें शामिल हो सकते है?
उत्तर:- दिव्यांगसामान्य एवं विशेष आवश्यकता वाले बच्चें

15-शिक्षकों के लिए कितनी हस्त पुस्तिकाएं विकसित की गई हैं?
उत्तर:- 3 हस्त पुस्तकें

16-शिक्षकों के हस्त पुस्तिकाओं के नाम क्या है?
उत्तर:- आधार शिलाध्यानाकर्षणशिक्षक संग्रह

17-कक्षा-3 के लिए भाषा का प्रेरणा लक्ष्य क्या है?
उत्तर:- 30 शब्द प्रति मिनट

18:-भाग के 75℅ सवाल हल कर लेना किस कक्षा के लिए प्रेरणा लक्ष्य है?
उत्तर:- कक्षा-5 के लिए

19:-गुणा के 75℅ सवाल हल कर लेना किस कक्षा के लिए प्रेरणा लक्ष्य है?
उत्तर:- कक्षा-4 के लिए

20:-आधार शिला माड्यूल का विकास किन कक्षाओं के लिए किया गया है?
उत्तर:- कक्षा-1,2,3

21-गणित की मौलिक संक्रियाएं कौन -कौन सी है?
उत्तर:- जोड़,घटानागुणाभाग

22-गतिविधियां कितने प्रकार की होती हैं?
उत्तर:- 4-मौखिकलिखितसामग्री आधारितआईसीटी आधारित

23:-आपने दीक्षा एप पर ट्रेनिंग ली हैदीक्षा का फूल फार्म क्या है?
उत्तर:- डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर फॉर नॉलेज शेयरिंग

24:- ध्यानाकर्षण के लिए प्रतिदिन कितना समय निर्धारित है?
उत्तर:- प्रतिदिन प्रथम कलांश 40 मिनट

25:-शिक्षक डायरी एवं शिक्षक योजना का उल्लेख किस मॉड्यूल मे किया गया है?
उत्तर:- शिक्षक संग्रह में

26:-कक्षा-1 के लक्ष्य प्राप्ति हेतु आकलन किस प्रकार किया जाना है?
उत्तर:- मौखिक

27-प्रेरणा मिशन का लक्ष्य कितने कक्षाओं हेतु दिया गया है?
उत्तर:- कक्षा-1 से 5 तक

28-कक्षा-2 के लिए प्रेरणा लक्ष्य कितने शब्द प्रति मिनट है?
उत्तर:- 20 शब्द प्रति मिनट

29-प्रेरक विद्यालय घोषित होने के लिए कब तक का लक्ष्य निर्धारित है?
उत्तर:- जनवरी 2021तक

30-मिशन प्रेरणा हेतु कितने विषयों का चयन किया गया है?
उत्तर:- 2-भाषागणित

31-मिशन प्रेरणा के लक्ष्य कितने भाषाओं में प्राप्त किया जाता हैं?
उत्तर:- 1-हिंदी

32-ELPS का फूल फार्म क्या है?
उत्तर:- Experience-अनुभव, Language-भाषा, Picture-चित्र, Symbol-संकेत

33-ERAC का फूल फार्म क्या है?
उत्तर:- Experience-अनुभव, Reflection- चिंतन, Application-अनुप्रयोग, Consolidation-समेकन

34-BALA क्या है?
उत्तर:- भवन अधिगम सहायक के रुप में (Building As Learning Aid)

35-EO-AO=LG क्या है?
उत्तर:- Expected Outcome-Actual Outcome=Learning Gap

36-लर्निंग गैप से आप क्या समझते हैं?
उत्तर:- Expected Outcome और Actual Outcome के अन्तर को लर्निंग गैप कहते है।

37-DIKSHA का फूल फार्म क्या है?
उत्तर:- Digital Infrastructure for Knowledge Sharing

38-LSRW का पूरा नाम क्या है?
उत्तर:- Listening Speaking Reading & Writing

39-शिक्षण तकनीकों की संख्या कितनी है?
उत्तर:- 18

40-ई-पाठशाला का फेज टू कब प्रारम्भ हुआ?
उत्तर:- 21 सितंबर 2020

41-एक शिक्षक के लिए स्वमार्गदर्शिका कौन सी पुस्तक होती है?
उत्तर:- शिक्षक डायरी

42-एन ए एस का पूरा नाम क्या है?
उत्तर:- नेशनल अचीवमेंट सर्वे

43-गतिविधियां कितने प्रकार की होती है?
उत्तर:- 4

44-प्रेरणा सूची में दी गई दक्षताओं मे किन किन कक्षाओं की दक्षताओं की संख्या समान होती है?
उत्तर:- कक्षा-1,2,3 =14 दक्षताएं
कक्षा-4,5 =16 दक्षताएं

45-"एक अध्यापक का सफरनामा" के लेखक कौन है?
उत्तर:- रामजी दुबे (शिक्षक संग्रह में)

46-एकीकरण के सिद्धांत पर कौन सी शिक्षा आधारित है?
उत्तर:- समावेशी शिक्षा

47-प्रेरक विकास खण्ड घोषित होने की निर्धारित तिथि क्या है?
उत्तर:- 26 जनवरी 2021

48-कितनी कक्षाओं के लक्ष्य प्राप्ति हेतु तीन चौथाई(75%) प्रश्नों को हल किया जाना अनिवार्य है?
उत्तर:- 4-कक्षाएं (2,3,4,5)

49-बिना हासिल के 75 % प्र श्न हल करने का लक्ष्य किस कक्षा के लिए निर्धारित है?
उत्तर:- कक्षा-2/हासिल वाले कक्षा-3

50-मिशन प्रेरणा किस शिक्षा पर आधारित हैं?
उत्तर:- बुनियादी शिक्षा

51-मिशन प्रेरणा का शुभारंभ किसके द्वारा किया गया?
उत्तर:- श्री आदित्य नाथ योगी

52-प्रेरणा  तालिका में एक साथ कितने बच्चों के नाम अंकित किए जा सकते हैं?
उत्तर:- 30

53-प्रेरणा तालिका को किसके द्वारा प्रमाणित किया जाएगा?
उत्तर:- प्रधानाध्यापक/ई. प्रधानाध्यापक के द्वारा

54:-ध्यानाकर्षण मॉड्यूल मे कितनी शिक्षण तकनीकियां है?
उत्तर:- 18

55-शिक्षण संग्रह मे प्रभावी शिक्षण हेतु कितने तरीक़े बताएं गये है?
उत्तर:- 26

56-शिक्षण योजना किसे कहते हैं?
उत्तर:- सीखने-सिखाने की क्रमबद्ध प्रक्रिया को

57-शिक्षण संग्रह को कितने भागों में बांटा गया है?
उत्तर:- 6

58-आकलन के मुख्य रूप से कितने तरीक़े होते है?
उत्तर:- 2-मौखिकलिखित

59-ध्यानाकर्षण मॉड्यूल मे अन्तिम तकनीकी कौन सी है?
उत्तर:- प्रोजेक्ट कार्य

60-बेसिक शिक्षा विभाग में "शारदा" किससे सम्बंधित है?
उत्तर:- ड्राप आउट बच्चों से

61-ध्यानाकर्षण का प्रथम चरण कौन सा है?
उत्तर:- आरम्भिक परीक्षण

62-आरम्भिक परीक्षण में कुल कितने प्रश्न होगे?
उत्तर:- प्राथमिक स्तर-15 & उ.प्रा. स्तर-25

63-वर्तमान शैक्षिक सत्र 2020-21 मे ध्यानाकर्षण कितने दिनों तक चलेगा?
उत्तर:- पूरे सत्र

64-आपकी शिक्षक डायरी में कितने भाग है?
उत्तर:- 5

65-आप अपनी व्यावसायिक दक्षता का विकास किस प्रकार से कर पाएंगे?
उत्तर:- अपनी ताकतों एवं कमजोरियों को सूचीबद्ध करके

Tuesday 6 October 2020

Electoral literacy for stronger democracy

Democracy is the kind of government in which the adult citizens of a  country have the constitutional right or are rather endowed with the  responsibility to choose their representatives who in turn form the government. The term 'Democracy' is, therefore, also described as 'a government of the people, by the people, for the people'. However, to establish a truely strong democracy, we need to ensure the maximum participation of the voters in the electoral process and a conduct of an informed and ethical voting.

      Despite the fact that India is the largest of the democracies of the world, the percentage of voting or the voter turnout had been fluctuating between 45.7% in 1952(first Lok Sabha election) to 57.6% in 2009. It was certainly an issue of concern for the Election Commission of India. The challenges that ECI had been facing in organising fair and ethical polls with maximum voter turnout were illiteracy, lack of electoral awareness among the voters, bribing the voters with money, liquor and other short term benefits by the candidates, booth capturing using weapons or muscle power and voter intimidation by various candidates in fray.

    To overcome all these challenges and with the vision of enhancing the electoral participation of the voters, ECI launched the programme SVEEP (Systematic Voters' Education & Electoral participation) in 2010 aimed at hiking the voter turnout through a series of electoral awareness campaigns which were organised in different phases. As a consequence of the first and second phase of SVEEP, there was an unexpected and unprecedented surge in the voter turnout in the 2014 loksabha elections reaching upto 66.7%. As a part of SVEEP, ECI later launched the ELCs (Electoral Literacy Clubs) in 2018 which targeted the new voters in the age group of 18 to 21yrs (in colleges or universities) and the future voters in the age group of 14 to 17 yrs ( in secondary and senior secondary schools). These clubs operate through a series of hands–on experiential and interesting activities to make the future voters understand the value of their single vote, to make them aware of the robustness and reliability of the EVM and VVPAT, the process of voter registration and motivate them to spread the same message in the community.

       To retain the pedagogical essence of the ELC's activities, these are provided with a convener who operates under dirtrict nodal officer called DLMT(District Level Master Trainer) who in turn operates under state level master trainers(SLMTs).

     For reaching out to the population beyond the formal education, ELCs set up 'Chunav Pathshala' at the polling booths before every election to fecilitate and motivate the enthusiastic participation of the voters from villages or remote areas. They are rather motivated to celebrate  polling as a festival of democracy.

     Just before the previous Lok Sabha elections 2019, the Supreme Court passed an order in 2018 stating the candidates in fray to declare their assets and also their antecedent criminal records, if any, in the newspapers or electronic media in bold letters, before filing their nominations for candidature in elections. Voters are supposed to be fully aware of their candidate's assets, character, past criminal records, if any, and the genuineness of their manifesto or promises that they make to the voters prior to the elections.

     Another welcome move by the Supreme Court of India before the last Lok Sabha Elections was to direct the ECI to add a NOTA (none of the above) option in the EVMs for the voters who were not satisfied by any of the candidates.They were given the right to reject all the candidates.Though NOTA has no electoral value but it has definitely done wonders in turning up maximum voters to express their opinion regarding their dissatisfaction .
      Then, to motivate the voters, some booths were chosen as ideal booths, well decorated and some freebies were offered to the voters.
       As a consequence of all these steady efforts made by the ECI, India witnessed a record voter turnout during the Lok Sabha election 2019 reaching more than 67%.

    Now we can definitely say that India is moving ahead towards a stronger democracy and, of course, electoral literacy has a major role to play in furthering the enhancement of voter turnout. 

Sushma Rai
Assistant Teacher,UPS Pagara 
Block-Deoria Sadar, District-Deoria