Friday 6 May 2022

मुर्गा और लोमड़ी-पंखुड़ी पाठ दो कक्षा 3

मुर्ग़ा और लोमड़ी 

1 - उत्तर लिखो -
(क) पेड़ की डाल पर बैठे मुर्गे  से लोमड़ी ने क्या कहा ?

उत्तर- पेड़ की डाल पर बैठे मुर्गे  से लोमड़ी कहा कि- “तुम डाल पर क्या कर रहे हो ? मुर्गे तो जमीन 
पर चलते फिरते रहना चाहिए. नीचे उतर आओ.

(ख) लोमड़ी की बात सुनकर मुर्गे ने -
क्या कहा ? ----------- उत्तर- यह तो दुनिया का सबसे अच्छा समाचार है ।

क्या किया ? ............. उत्तर- मुर्गे ने अपनी गर्दन उठाकर ऐसे देखा जैसे दूर की कोई चीज देख रहा हो

2 - किसने, किससे क्या कहा ?
(
क) सभी पशु - पक्षियों में समझौता हो गया है - लोमड़ी ने मुर्गे से कहा
(
ख) कुछ शिकारी कुत्ते तेजी से इस ओर दौड़े चले जा रहे हैं - मुर्गे ने लोमड़ी से कहा
(
ग) लगता है शिकारी कुत्तों ने अभी यह समाचार नहीं सुना - लोमड़ी से मुर्गे से कहा

3 - लोमड़ी के जाने के बाद मुर्गा पेड़ से नीचे उतरा । उसने पूरी घटना अपने मित्रों को बताई । सोचों और लिखो - मित्रों ने मुर्गे से क्या-क्या सवाल किए होंगे -

उत्तर – बच्चों की सृजनशीलता ,कल्पनाशीलता को बढाने के लिए बच्चों से  बात करें की मुर्गे के दोस्तों ने क्या क्या बात की होगी?

4 - कहानी का नाम मुर्गा और लोमड़ी है तुम इस कहानी क्या नाम दोगे ?
उत्तर -
इस कहानी के कई  नाम हो सकते हैं – जैसे-  समझदार मुर्गा , धूर्त लोमड़ी,  जैसे को तैसा

5 - हमें किन किन माध्यमों से समाचार प्राप्त होते हैं ?
उत्तर - हमें समाचार अखबार (समाचार पत्र),टेलीविजन, रेडियो एवं मोबाइल के माध्यम से से प्राप्त होते हैं ।

6-
कहानी पर कक्षा में अभिनय करो -
उत्तर -बच्चों के समूह बनाकर मुर्गा और लोमड़ी कहानी का अभिनय कराया जायेगा


7 -
लोमड़ी और मुर्गे का चित्र बनाओ -
उत्तर - अध्यापक छात्रों से मुर्गे और लोमड़ी का चित्र बनाने को कहेंगे

8-
बनाओ अपना अख़बार - अपने गाँव, स्कूल और आस-पास की खबरें साफ़-साफ़ काग़ज़ पर लिख लो । खबरें चार्ट पेपर पर चिपका दो । कुछ चित्र भी बनाओ । अपने अख़बार का एक नाम भी रखो । अख़बार को कक्षा की दीवार पर चिपका दो ।
उत्तर - शिक्षक अपने निर्देशन में एक चार्ट पेपर पर यह गतिविधि करायेंगे.

Monday 2 May 2022

क्या होता है बादल का फटना cloudburst

बादल का फटना

जब किसी एक स्थान पर अचानक भारी बारिश होने लगे तो उसे बदल का फटना कहते हैं.सामान्यत: बादल फटने के कारण सिर्फ कुछ मिनट तक मूसलाधार बारिश होती है लेकिन इस दौरान इतना पानी बरसता है कि क्षेत्र में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो जाती है। बदल फटने का ये मतलब नही की बदल फट गया और उसके कई टुकड़े हो गए . यदि आप एक गुबारे में पानी भरकर उसे अचानक फोड़ दें तो तो क्या होगा ? सारा पाई एक साथ अचानक एक ही स्थान पर गिर जायेगा ठीक इसी प्रकार बदल फटने की प्रक्रिया होती है  बादल फटने से पानी से भरे बादल की बूंदें तेजी से अचानक जमीन पर गिरती है. इसे फ्लैश फ्लड या क्लाउड बर्स्ट भी कहते हैं. 

बदल क्यूँ फटते हैं?

मौसम विज्ञान के अनुसार जब बादल भारी मात्रा में आद्रता यानि पानी लेकर आसमान में चलते हैं और उनकी राह में कोई बाधा आ जाती है तो काफी ज्यादा नमी वाले बादल एक जगह पर रुक जाते हैं. वहां मौजूद पानी की बूंदें आपस में मिल जाती हैं. बूंदों के भार से बादल का घनत्व बढ़ जाता है तब वो अचानक फट पड़ते हैं, यानि संघनन बहुत तेजी से होता है। इस स्थिति में एक सीमित इलाके में कई लाख लीटर पानी एक साथ पृथ्वी पर गिरता है, जिसके कारण उस क्षेत्र में तेज बहाव वाली बाढ़ आ जाती है। बादल फटने पर 100 मिमी प्रति घंटे की रफ्तार से बारिश हो सकती है.

क्यों ज्यादातर बादल पहाड़ों पर ही फटते हैं?

बादल फटने की घटना अक्सर धरती से करीब 15 किलोमीटर की ऊंचाई पर देखने को मिलती है. पानी से भरे बादल जब हवा के साथ आगे बढ़ते हैं तो पहाड़ों के बीच फंस जाते हैं. पहाड़ों की ऊंचाई इसे आगे नहीं बढ़ने देती है. पहाड़ों के बीच फंसते ही बादल पानी के रूप में परिवर्तित होकर बरसने लगते हैं. बादलों का घनत्व  बहुत ज्यादा होने से बहुत तेज बारिश होती है. कुछ ही मिनट में 2 सेंटीमीटर से ज्यादा बारिश हो जाती है.