Sunday, 4 June 2017

हुआ सवेरा


कक्षा एक/कलरव/पाठ चार /हुआ सवेरा 

हुआ सवेरा चिड़िया बोली,

बच्चों ने तब आँखें खोली।

अच्छे बच्चे मंजन करते,

मंजन करके कुल्ला करते।

कुल्ला करके मुंह को धोते,

मुंह धो करके रोज नहाते

रोज नहा कर खाना खाते

खाना खाकर पढ़ने जाते 



अध्यापकों को यह कविता पढ़ाते समय कविता को कंठस्थ कराने के बाद अर्थ बताना चाहिए.इसमें निम्नलिखित बिंदुओं का प्रमुख ध्यान रखना आवश्यक है .
● पहला बिंदु यह है कि, अध्यापक बच्चों को सूर्योदय से पूर्व उठने के फायदे बतायेंगे..जैसे कि सुबह उठने से उन्हें ताजी हवा मिलती है उनका स्वास्थ्य अच्छा रहता है..
● अगले बिंदु में अध्यापक बच्चों को सुबह के परिवेश के बारे में बताएगा जैसे कि उस समय शीतल वायु चलती है कौन-कौन सी चिड़िया बोलती है.. गौरैया मुर्गे इत्यादि की आवाजे कैसी होती है यह अध्यापक छात्रों को बतायेंगे.
● कविता का जो मूल उद्देश्य है वह बच्चों को नित्य कर्म के बारे में क्रमबद्ध ज्ञान देना है सुबह के वातावरण के बाद के बारे में ताने के बाद अध्यापक बच्चों को सुबह उठकर नित्य कर्म करने के बारे में क्रमबद्ध ज्ञान देगा.. जैसे की सबसे पहले बच्चे शौच आदि से निवृत्त होकर,दांत साफ़ करेंगे .दांतों की सफाई के लिए वो दातून या मंजन का उपयोग कर सकते हैं.दातुन और मंजन के बाद  कुल्ला करेंगे फिर मुंह को धोएंगे फिर नहाना नहाने के बाद भोजन उसके बाद विद्यालय जाना इसी क्रम में बच्चों को साफ सफाई एवं स्वच्छता के बारे में बताया जाएगा तथा उनसे होने वाले लाभ हानि के बारे में बच्चों से विमर्श किया जाएगा...
कविता प्राथमिक कक्षा के बच्चों को पढ़ाई जा रही है अध्यापक/अध्यापिका इसका ध्यान देंगे कि कविता पूरे हाव भाव के साथ प्रस्तुत की जाए एवं बच्चों द्वारा उसी प्रकार दोहराई जाए, जिससे कविता में बच्चों की रुचि बनी रहेगी और कविता बच्चों को जल्दी कंठस्थ होगी ,,

अर्थ: कविता का अर्थ लिखना आवश्यक नहीं क्योंकि कविता सामान्य शब्दों में लिखी गई है



वीडियो:  
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