सवाल:
कक्षा-१ व कक्षा-२ के बच्चों को प्रभावी तरीके से कैसे पढ़ायें ? प्राथमिक स्तर के बच्चो को हिन्दी भाषा में
मात्राओ का सही ज्ञान कैसे कराया जाये ?
जवाब:
पहली कक्षा में हिन्दी पढ़ाने के लिए बच्चों को स्वर व व्यंजन सिखाया जाना जरुरी है
जैसे प्रायमर की आकृतियों की सहायता से, चार्ट, चित्र और मॉडल की सहायता से, छोटे-छोटे वाक्यों को मात्राओं के साथ लिख
कर, स्वयं स्वर व व्यंजन की ध्वनियों
का उच्चारण करते हुए एवं उनका सस्वर वाचन करते हुए तथा छात्रों को कविताओं व बाल गीतों
के माध्यम से अक्षर बोध व शब्द बोध आदि द्वारा सिखाया जा सकता है।
प्राथमिक
स्तर के बालको को हिन्दी में मात्राओ को सिखाने के लिए सबसे पहले उन्हें मात्राओं को
ब्लेकबोर्ड पर लिख कर छोटी व बडी मात्राओ जैसे- अ,आ,इ,ई का भेद कराना चाहिए। उन्हें बोल कर बताना
चाहियें की किस मात्रा से कौन सी ध्वनि निकलती है जैसे-किताब को बोलने में 'कि' पर कम और जीवन को बोलने में 'जी' पर थोडा ज्यादा जोर पडता है। इसी तरह के कई
अक्षरों एवं मात्राओं से बने वाक्यों को बच्चों को करके लाने के लिए कहना चाहिए ताकि
वे स्वयं मात्राओं को समझ सके। एक चार्ट पर सभी मात्राओं के चार-पाँच उदहारण लिखकर
रोज कक्षा में उन्हें बच्चों से दोहराए तथा उन्हें वाक्यों में प्रयोग करके बताना चाहिए
।
सवाल: पहली तथा दूसरी कक्षा के बच्चों की लिखने की गति कितनी होनी चाहियें और उनकी
लेखन की गति कैसे बढ़ाए ?
जवाब: पहली तथा दूसरी कक्षा के बच्चों की लेखन की गति बढ़ाने के लिए आप उन्हें श्रुति
लेख लिखायें। इस वर्ग के बच्चों से एक मिनट में 5-10 शब्द लिखने के लिए और तीसरी चौथी कक्षा के
बालकों से एक मिनट में 10 से अधिक शब्द लिखने के लिए कहें
| कक्षा ६ के विद्यार्थियों को
सामान्य वाक्यों में मुहावरों का प्रयोग कर एवं उसी के समानार्थ मुहावरों का उदाहरण
दे कर सरलतापूर्वक समझा सकते है ।
सवाल: पहली तथा दूसरी कक्षा के बच्चों की लिखने की गति कितनी होनी चाहियें और उनकी लेखन की गति कैसे बढ़ाए ?
जवाब: पहली तथा दूसरी कक्षा के बच्चों की लेखन की गति बढ़ाने के लिए आप उन्हें श्रुति लेख लिखायें। इस वर्ग के बच्चों से एक मिनट में 5-10 शब्द लिखने के लिए और तीसरी चौथी कक्षा के बालकों से एक मिनट में 10 से अधिक शब्द लिखने के लिए कहें | कक्षा ६ के विद्यार्थियों को सामान्य वाक्यों में मुहावरों का प्रयोग कर एवं उसी के समानार्थ मुहावरों का उदाहरण दे कर सरलतापूर्वक समझा सकते है ।
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