प्राथमिक विद्यालय बोडिया अनंत और बड़कागांव प्रथम बरहज में हुआ Children Skill Development Program का प्रारंभ।
बच्चों में परिवेश के माध्यम से तकनीकी ज्ञान के अवधारणा की स्थापना हेतु एक प्रयास हेतु पायलट
प्रोजेक्ट के रूप में दो विद्यालयों पर सप्ताह मे एक दिन छात्रों के कौशल विकास का कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है। यदि तकनीकी रूप से विकसित देशों की शिक्षा व्यवस्था को देखें तो छोटी कक्षाओं से ही उनको विभिन्न कौशलों में प्रयोगात्मक रूप से दक्ष करने के प्रयास किया जाता हैं। परंतु यहां की व्यवस्था में प्राथमिक शिक्षा में, अब तक यह औपचारिक रूप से नही हो पाया है। इसके विकल्प के रूप में आप शनिवार या अन्य किसी दिन बालको को किसी विभिन्न स्किल में पारंगत बनाने हेतु कार्यक्रम चला सकते हैं । इसी क्रम में देवरिया जनपद के प्राथमिक विद्यालय बोडिया अनंत बैतालपुर और बड़कागांव प्रथम बरहज में स्किल डेवेलपमेंट कार्यक्रम के तहत LED लाइट से परिचय,बैटरी से परिचय,बैटरी को जोड़ना और बैटरी की सहायता से LED की टेस्टिंग बताया गया। दोनो ही विद्यालयों में छात्र इन कार्यक्रमो को बहुत पसंद कर रहे हैं। इस प्रकार के साप्ताहिक आयोजनों से छात्रों की नवान्वेषण और विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ेगी। इन कौशलों का उपयोग छात्र आगे के जीवन में जीविकोपार्जन आदि के लिए भी कर सकता है।
https://goo.gl/aRHrJg
आप सभी गुरुजन के सुझाव अपेक्षित।
धन्यवाद
आशुतोष नाथ तिवारी
शिक्षक सम्प्रेषण मंच
बच्चों में परिवेश के माध्यम से तकनीकी ज्ञान के अवधारणा की स्थापना हेतु एक प्रयास हेतु पायलट
प्रोजेक्ट के रूप में दो विद्यालयों पर सप्ताह मे एक दिन छात्रों के कौशल विकास का कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है। यदि तकनीकी रूप से विकसित देशों की शिक्षा व्यवस्था को देखें तो छोटी कक्षाओं से ही उनको विभिन्न कौशलों में प्रयोगात्मक रूप से दक्ष करने के प्रयास किया जाता हैं। परंतु यहां की व्यवस्था में प्राथमिक शिक्षा में, अब तक यह औपचारिक रूप से नही हो पाया है। इसके विकल्प के रूप में आप शनिवार या अन्य किसी दिन बालको को किसी विभिन्न स्किल में पारंगत बनाने हेतु कार्यक्रम चला सकते हैं । इसी क्रम में देवरिया जनपद के प्राथमिक विद्यालय बोडिया अनंत बैतालपुर और बड़कागांव प्रथम बरहज में स्किल डेवेलपमेंट कार्यक्रम के तहत LED लाइट से परिचय,बैटरी से परिचय,बैटरी को जोड़ना और बैटरी की सहायता से LED की टेस्टिंग बताया गया। दोनो ही विद्यालयों में छात्र इन कार्यक्रमो को बहुत पसंद कर रहे हैं। इस प्रकार के साप्ताहिक आयोजनों से छात्रों की नवान्वेषण और विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ेगी। इन कौशलों का उपयोग छात्र आगे के जीवन में जीविकोपार्जन आदि के लिए भी कर सकता है।
आप सभी गुरुजन के सुझाव अपेक्षित।
धन्यवाद
आशुतोष नाथ तिवारी
शिक्षक सम्प्रेषण मंच
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