कक्षा एक/कलरव/पाठ एक/भारत प्यारा
भारत प्यारा
देश हमारा।
हम उसके ही
नन्हे बच्चे।
कितने सच्चे
कितने अच्छे।
है सबसे ही
प्रेम हमारा।
भारत प्यारा
देश हमारा।
लेखक : द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी
देश हमारा।
हम उसके ही
नन्हे बच्चे।
कितने सच्चे
कितने अच्छे।
है सबसे ही
प्रेम हमारा।
भारत प्यारा
देश हमारा।
लेखक : द्वारिका प्रसाद माहेश्वरी
अध्यापकों को बच्चों यह कविता पढ़ाते समय कविता को कंठस्थ कराने के बाद अर्थ बताना चाहिए...इसमें दो बिंदुओं का प्रमुख ध्यान रखना है
●पहला बिंदु यह है कि अध्यापक बच्चों को अपने देश का नाम विशेषताएं आदि बताएगा। भारत देश के बारे में बच्चों की मानसिक क्षमता के अनुरूप ज्ञान देगा और यह बताएगा कि कि हमारा भारत देश बहुत प्यारा है।
● कविता को पढ़ाते समय दूसरा बिंदु यह है की अध्यापक बच्चों को सच्चा बनने की प्रेरणा देगा एवं बच्चों को यह समझायेगा कि वह सबके साथ प्रेम से रहें..
●चुकी कविता प्राथमिक कक्षा के बच्चों को पढ़ाई जा रही है अतः अध्यापक/अध्यापिका इसका ध्यान देंगे की कविता पूरे हाव भाव के साथ प्रस्तुत की जाए जिससे कविता में बच्चों की रूचि बनी रहेगी और कविता बच्चों को जल्दी कंठस्थ होगी..
अर्थ: कविता का अर्थ लिखना आवश्यक नहीं है क्योंकि कविता सामान्य शब्दों में लिखी गई है..
क्लासरूम टीचिंग विडियो
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साभार:
आशुतोष नाथ तिवारी
प्राथमिक विद्यालय सोनबह
विकासखंड रुद्रपुर,जिला देवरिया
व्हाट्स ऐप संपर्क: 8604208968
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